सिमरी: सरकार भले ही दलित – महादलित बस्ती के लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने हेतु तमाम योजनाएं चला रही हो लेकिन, आज भी कई ऐसे परिवार है जो अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के लापरवाही के कारण नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। ऐसा ही एक मामला काजीपुर पंचायत स्थित चकनी में देखने को मिला। जहां दलित बस्ती के लोगों के घरों में गंदा पानी जमा होता है और प्रतिदिन उसे सर पर उठाकर बाहर फेंकना पड़ता है।

नाली के अभाव में घरों में इकठ्ठा करना पड़ता है गंदा पानी: चकनी गांव के दलित बस्ती के लोगों की मानें तो आजादी के 70 साल बीत जाने के बावजूद आजतक इस गांव में एक अदद नाली का निर्माण नहीं हो पाया है। नतीजतन घरों से निकलने वाला गंदा पानी घर में ही गड्ढा बनाकर एकत्रित करना और भर जाने पर डब्बों या किसी बर्तन में उठाकर बाहर फेंकना लोगों की मजबूरी बन चुकी है।
क्या कहते हैं अधिकारी: लंबे समय से दलित बस्ती में नाली निर्माण न हो पाने की पीछे की वजहों को जानने के लिए डुमरांव अनुमंडलीय पदाधिकारी राकेश कुमार से दूरभाष पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन साहब ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।