सिमरी: पीएम आवास योजना के लाभुक से घुस मांगना मुखिया जी को भारी पड़ गया है। पीड़िता द्वारा मुखिया पर लगाए गए आरोप जांच में सही पाए जाने के बाद डीएम ने 24 घंटे के अंदर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया है। इसके साथ ही मुखिया की मुश्किलें बढ़ गई है। ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले समय में और भी कड़ी कार्रवाई मुखिया के ऊपर हो सकती है। भ्रष्टाचार मुक्त बक्सर बनाने की दिशा में जिलाधिकारी द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद जन प्रतिनिधियों के बीच हड़कंप मच गया है।
क्या है मामला?: बता दें कि पिछले दिनों जिले के सिमरी प्रखंड अंतर्गत काजीपुर पंचायत के मुखिया इम्तियाज अंसारी द्वारा पीएम आवास योजना के लाभुक उषा देवी पति मनीष चौधरी से द्वितीय किस्त मिलने के बाद रिश्वत के रूप में₹10000 की मांग फोन पर की गई थी। जिसका ऑडियो पीड़िता द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया था। जिसके बाद मुखिया द्वारा पीड़िता को काफी डराया व धमकाया जाने लगा। जिससे परेशान होकर पीड़िता व उसका पति गांव छोड़कर अन्यत्र जाने लगे तभी पत्रकारों द्वारा पीड़िता को जिलाधिकारी के पास न्याय हेतु पहुंचा दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम ने फौरन जांच टीम गठित करते हुए जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया साथ ही पीड़िता को न्याय दिलाने का भरोसा भी दिया। जांच के क्रम में पीड़िता का आरोप सही पाया गया। इसके बाद डीएम ने 24 घंटे के अंदर आरोपी मुखिया पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया।
48 घंटे बाद भी नहीं दर्ज हुई एफआईआर: हालांकि गौर करने लायक बात यह है कि जिस मामले को जिलाधिकारी ने गंभीर मानते हुए 24 घंटे के अंदर प्राथमिक की दर्ज करने का आदेश दिया बावजूद आदेश के 48 घंटे बाद भी सिमरी में प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई। इसकी पुष्टि करते हुए सिमरी थाना अध्यक्ष कमलनयन पांडे ने बताया कि बीडीओ द्वारा एफआईआर दर्ज कराने संबंधी कोई प्रतिवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। एफआईआर दर्ज होते ही उचित कार्रवाई की जाएगी।