सिमरी: प्रखंड क्षेत्र के नियाज़ीपुर में गुरुवार को स्थानीय प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाया गया। इस कार्रवाई के जद में एक बैंक भी आ गया क्योंकि बैंक परिसर की सीढ़ियां सरकारी भूमि का अतिक्रमण कर रही थी। सीढ़ियां तोड़े जाने के बाद बैंक के अंदर पैसे जमा निकासी करने पहुंचे ग्राहकों के साथ-साथ बैंक कर्मचारी भी फंस गए। बाद में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उन्हें जेसीबी के बकेट के सहारे बाहर निकाला गया।
सरकारी जमीन से हटाया जा रहा था अतिक्रमण: बताते चले कि अतिक्रमण के कारण नियाजीपुर बाजार में सड़क सिमट कर मात्र 8 से 10 फीट की ही बच गई थी। जिसको लेकर सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया जा रहा था। इसी दौरान एक मकान का बाहर की तरफ से बनी हुई सीढ़ी को तोड़ दिया गया। इसी मकान के पहले तल्ले पर दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा स्थित है। सीढ़ियां टूट जाने के कारण अपने काम को लेकर बैंक के अंदर गए महिला पुरुष ग्राहक व बैंककर्मी पहले तल्ले पर ही फंस गए। जिन्हें बाद में जेसीबी के सहारे नीचे उतारा गया हालांकि सीढ़ियां टूट जाने के कारण ग्राहकों को काफी फ़जीहते भी झेलनी पड़ी। बाद में आए ग्राहक बैंक खुला रहने के बावजूद सीढ़ियों के अभाव में अंदर नहीं जा सके और लौट गए।
क्या कहते हैं अधिकारी?: हमें शिकायत मिल रही थी कि लगातार नियाजीपुर बाजार में जाम लग रहा है। जिसको लेकर सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाया गया है। इसको लेकर हमने पहले ही नोटिस जारी कर दिया था। नोटिस का तामिला कराकर ही कार्रवाई की गई है। यह शुरुआत है इसके बाद अन्य बाजारों से भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी- बी एस पांडेय, अंचलाधिकारी, सिमरी
वहीं दूसरी तरफ इस संबंध में जब शाखा प्रबंधक से बात की गई तो उनका कहना था कि अधिकारी गलत बयानी कर रहे हैं। सीढ़ियों को तोड़ने को लेकर बैंक को किसी तरह की नोटिस नहीं दी गई थी। हमारे बार-बार रिक्वेस्ट करने के बावजूद कि हमारे ग्राहकों और कर्मियों को बाहर निकल जाने दीजिए, उसके बाद सीढ़ी तोड़िएगा लेकिन, किसी भी अधिकारी ने हमारी एक नहीं सुनी। अधिकारियों के मनमाने रवैया के कारण हमारे बैंक के ग्राहकों व कर्मियों को काफी परेशानियां उठानी पड़ी।