सिमरी: प्रखंड क्षेत्र में मंगलवार को पैक्स निर्वाचन का कार्य शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। जिस को लेकर पिछले कई दिनों से प्रशासनिक कवायदें चल रही थी। लेकिन इन सब के बीच दो मतदान केंद्र ऐसे भी थे जहां दिनभर ताला लटका रहा और एक भी मतदाता मतदान करने नहीं पहुंचा। अधिकारी भी दिन भर निरीक्षण करते रहे लेकिन किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया। प्रखंड प्रशासन की इस विफलता को लेकर स्थानीय मतदाताओं में भी तरह-तरह की चर्चाएं थीं।
क्या है मामला?: दरअसल सिमरी प्रखंड अंतर्गत गंगोली पंचायत में पैक्स निर्वाचन हेतु दो मतदान केंद्र मध्य विद्यालय (उ0 भाग और द0 भाग) बनाए गए थे। लेकिन इनमें से किसी भी मतदान केंद्र पर मतदान कार्य नहीं हुआ और दिनभर ताले लटकते रहे। जबकि सारे मतदान कर्मी बगल में स्थित दूसरे विद्यालय उच्च मध्य विद्यालय, गंगोली के छात्र-छात्राओं को भगाकर गैर जिम्मेदाराना तरीके से मतदान कार्य संपन्न करा दिए।
अपने ही आदेश का निर्वाची पदाधिकारी ने निकाली हवा: बताते चले कि एक दिन पहले ही प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी शशिकांत शर्मा ने एक आदेश जारी कर बताया था कि जिन स्कूलों में मतदान केंद्र बनाए गए हैं वहां पठन-पाठन बंद रहेगा व अन्य सभी स्कूलों में जारी रहेगा। लेकिन मंगलवार को ठीक इसके विपरीत निर्धारित मतदान केंद्र के बजाय दूसरे स्कूल में मतदान कराया गया। जिसके कारण एक तरफ जहां वार्षिक परीक्षा दे रहे छात्र-छात्राओं को परेशानियां झेलनी पड़ी तो वहीं दूसरी तरफ मतदान केंद्र के शिक्षकों की मौज रही। स्थानीय प्रशासन के इस गैर जिम्मेदाराना पूर्ण रवैये को लेकर स्थानीय लोगों व मतदाताओं के बीच चर्चा का विषय बना रहा।
क्या कहते हैं अधिकारी: इस संबंध में जब प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी शशिकांत शर्मा से पूछा गया तो उनका कहना था कि हमारे यहां सारे कार्य प्रावधानों के अनुरूप ही किए जाते हैं और ये कोई इतना बड़ा इश्यू नहीं है।
गौरतलब है कि बगैर मतदान केंद्र बदलने के संशोधित आदेश के इस तरह दूसरे विद्यालय में मतदान कराना न सिर्फ स्थानीय प्रशासन के निष्पक्षता पर सवाल खड़े करता है बल्कि वार्षिक परीक्षा दे रहे देश के भविष्य के साथ स्थानीय अधिकारियों के लापरवाही को भी दर्शाता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ जिला प्रशासन क्या कार्रवाई करता है?