सिमरी: मादक पदार्थ की तस्करी के खिलाफ अभियान में पुलिस को शुक्रवार को बड़ी लेकिन अधूरी सफलता हाथ लगी। बड़ी इसलिए कि स्प्रिट से भरी पिकअप पुलिस ने बरामद की, अधूरी इसलिए कि पुलिस के सामने से चालक भाग निकलने में सफल रहा और पुलिस विभाग के गबरू जवान दौड़ कर पकड़ भी न सके।

1000 लीटर स्प्रिट जब्त: मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बलिया से नियाजीपुर के रास्ते स्प्रिट की एक बड़ी खेप ले जाई जा रही है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम ने नियाजीपुर-सहियार मुख्य मार्ग पर सघन वाहन जांच अभियान शुरु किया। जांच के दौरान एक पिकअप वाहन को रोका गया, जिसमें 1000 लीटर के आसपास स्प्रिट जैसा पदार्थ पाया गया। पूछताछ में वाहन चालक कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। इसके बाद वाहन को मादक पदार्थ सहित जब्त कर लिया गया और सिमरी थाना लाया गया। पुलिस इस मामले में सिमरी थाना में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। वहीं पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह स्प्रिट कहां ले जाई जा रही थी और इसके पीछे कौन लोग शामिल हैं?
पुलिस के सामने से भाग निकला वाहन चालक: गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने आशा पड़री – नियाजीपुर मार्ग पर वाहन जांच कर रही थी, तभी स्प्रिट लदे पिकअप को रोककर तलाशी लेने के क्रम में पुलिस के सामने से वाहन चालक भाग निकल और पुलिस के गबरू जवान मुंह ताकते रह गए। अब पुलिस वाहन जब्त कर अपनी पीठ थपथपा रही है। बहरहाल ये मामला स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है कि एक या दो पिस शराब लेकर जाने वाले तो झट से पकड़े जाते हैं लेकिन बड़ी बरामदगी के अधिकतर मामलों में तस्कर या चालक भाग कैसे जाते हैं?