बक्सर- जिले के डुमराव अनुमण्डल अंतर्गत काजीपुर पंचायत के मुखिया इम्तियाज अंसारी के द्वारा आवास योजना के लाभार्थी से रिश्वत मांगने के वायरल ऑडियो मामले में जिला प्रशासन के अधिकारियो ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जिसके कारण अब मुखिया की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
मंगलवार को आरोपी मुखिया औऱ पीड़िता को आमने सामने बैठाकर डुमराव एसडीएम राकेश कुमार ने वीडियो बयान दर्ज किया। पूरे प्रकरण के दौरान पीड़िता अब भी अपने बयान पर कायम है। पीड़िता उषा देवी ने बताया कि मुखिया के द्वारा एसडीएम के सामने ही गुमराह करने एवं मुझपर दबाव बनाने की भरपूर कोशिश की गई। लेकिन वह सफल नही हुए। एसडीएम ने जमकर आरोपी मुखिया को फटकार लगाने के साथ ही,पीड़िता को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।
क्या कहती है पीड़िता: बयान दर्ज करा एसडीएम कार्यालय से बाहर निकले पीड़िता व उसके पति ने बताया कि एसडीएम द्वारा आज पत्र के माध्यम से जानकारी देकर हमलोगों को अनुमण्डल कार्यलय में बुलाया गया था। जहां मुखिया के सामने ही हमलोगों का वीडियो बयान दर्ज किया गया। हमलोग अपने बयान पर अब भी कायम है। आरोपी मुखिया द्वारा मामले को डायवर्ट करने की भरपूर कोशिश की गई। इस दौरान एसडीएम ने उक्त मुखिया को जमकर फटकार लगाया। वही पीड़िता उषा देवी ने बताया कि मुखिया इम्तियाज अंसारी इतना दबंग है कि बाहर तो बाहर अधिकारी के सामने भी मुझपर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा था। जिसके बाद एसडीएम ने फ़टकार लगाया तो उसकी बोलती बंद हो गई। मुझे अधिकारियों पर पूरा भरोसा है कि मुझे न्याय मिलेगा और मुखिया पर कार्रवाई होगी।
डीएम से मिला पीड़ित परिवार तो न्याय की जगी है उम्मीद: बताते चले कि आवास योजना के बदले 20 हजार की रिश्वत मांगने वाले मुखिया का ऑडियो पीड़िता उषा देवी ने जैसे ही जारी किया था पूरे जिले में हड़कम्प मच गया। जिसके बाद मुखिया व उसके समर्थकों के दबाव में आकर पीड़ित परिवार मुखिया के डर से गांव छोड़कर पलायन कर रहा था। इसी दौरान मीडियाकर्मीयो ने उन्हें जिलाधिकारी के पास पहुँचा दिया। जहां डीएम ने पीड़िता की पूरी बात सुनने के बाद उपविकास आयुक्त डॉक्टर महेंद्र पाल को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इस पूरे मामले की जांच डीआरडीए के डायरेक्टर एवं एसडीएम डुमराँव के द्वारा किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज पीड़िता एवं मुखिया का बयान अनुमण्डल कार्यालय में एसडीएम के समक्ष दर्ज किया गया।
क्या कहते है अधिकारी: इस पूरे प्रकरण को लेकर एसडीएम राकेश कुमार ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि पूरे मामले की प्रत्येक बिंदु पर जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट पूरा होने के बाद उसे जिलाधिकारी को सुपुर्द किया जाएगा। भ्र्ष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जाएगा।
गौरतलब है कि इंदिरा आवास योजना एवं प्रधानमंत्री आवास योजना में लूट की खुली छूट से गरीब लाभार्थी परेशान है। एक पंचायत में पीड़िता ने हिम्मत दिखाई तो मामले का खुलासा हुआ वर्ना कई ऐसे पंचायत हैं जहां मुखिया के डर के कारण लोग खुलकर सामने नहीं आ पाते और मामले दब जाते हैं।हालांकि डीएम के सख्त तेवर को देख विभाग से लेकर प्रतिनिधियो में हड़कम्प मचा हुआ है। लोगो की माने तो इस बार जिलाधिकारी ऐसे भ्रष्ट लोगो पर सख्त कार्रवाई करेंगे, जो जिले के लिए नजीर पेश करेगा।