लोगों ने कहा: खुलेआम रिश्वत मांगने वाले मुखिया पर कार्रवाई कब
बक्सर: सिमरी अंचल के राजस्व कर्मचारी सुदर्शन सिंह को कर्तव्य में लापरवाही बरतने व कार्यों में मनमानी करने के कारण जिलाधिकारी ने निलंबित कर दिया है। निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय केसठ होगा अर्थात उनको जिले के सुदूर प्रखंड की दौड़ लगानी होगी। जिला जनसंपर्क विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के अनुसार सुदर्शन सिंह फिलहाल सिमरी अंचल में कार्यरत थे। लेकिन, उनके विरूद्ध कर्तव्य में लापरवाही व वरीय अधिकारियों के आदेश की अवहेलना का मामला इटाढ़ी अंचल से जुड़ा हुआ है। उनके विरूद्ध जांच चल रही थी। अंतिम प्रतिवेदन एसडीएम डुमरांव ने सौंपा और वे निलंबित कर दिए गए।
मनमानी का लगा आरोप: पत्र में इस बात का उल्लेख भी है कि उन्होंने बगैर प्रशासनिक अनुमति के अपनी मर्जी से काम किया। साथ ही विभाग द्वारा पूछे गए स्पष्टीकरण का जवाब भी उन्होंने नहीं दिया। यह देखते हुए उन्हें निलंबित किया गया है। जब तक वे इससे मुक्त नहीं होते उन्हें जीवन यापन भत्ता दिया जाएगा। बता दें कि पिछले दो माह के दौरान कुछ और राजस्व कर्मी अभियान बसेरा के तहत गलत सर्वेक्षण करने के आरोप में निलंबित हुए हैं। अर्थात कर्तव्य में लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे कर्मियों के विरूद्ध जिला प्रशासन आवश्यक सख्त कार्रवाई कर रहा है।
खुलेआम रिश्वत मांगने वाले मुखिया पर कारवाई कब: जिलाधिकारी के इस कड़े रूख को देखते हुए कर्तव्य मे लापरवाही बरतने वाले और भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे कर्मियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। वहीं दूसरी तरफ सिमरी प्रखंड के काजीपुर पंचायत के मुखिया द्वारा खुलेआम रिश्वत मांगे जाने के मामले में 20 दिन से ऊपर बीत जाने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई न होने को लेकर स्थानीय लोगों के बीच अब कई तरह के चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। लोग दबे जुबान यहां तक कह रहे हैं कि आरोपी मुखिया मूंछों पर ताव देकर कहता फिर रहा कि यह कोई ऐसा बड़ा मामला नहीं है कि इसमें हमारा कोई कुछ बिगाड़ सके। वहीं पीड़िता उषा देवी से बात करने पर बताया कि उन्हें जिलाधिकारी के ऊपर पूरा भरोसा है कि वह जल्द से जल्द मुझे न्याय प्रदान करेंगे।